गुरु जी संगीत कला केंद्र भारतीय शास्त्रीय संगीत, वादन और नृत्य की समृद्ध परंपराओं को सहेजने और नई पीढ़ी तक पहुँचाने के लिए समर्पित एक प्रमुख संस्थान है। हमारा उद्देश्य केवल शिक्षा देना ही नहीं, बल्कि संगीत, वादन और नृत्य के माध्यम से आत्म-अनुशासन, सृजनात्मकता और सांस्कृतिक जागरूकता को बढ़ावा देना है।
हमारा मिशन भारतीय शास्त्रीय कला को विश्व स्तर पर पहचान दिलाना और इसे आधुनिक पीढ़ी के साथ जोड़ना है। गायन, वादन और नृत्य के प्रति छात्रों की रुचि और निपुणता को विकसित करना हमारे प्रयासों का केंद्र है।
भारत रतन श्री पंडित भीमसेन जोशी जी से प्रेरित
"गुरु आपको राग की गहराई तक पहुँचने का मार्ग दिखाते हैं, लेकिन उस गहराई को महसूस करना आपकी साधना पर निर्भर करता है।"
सभी स्तर के शिक्षार्थियों के लिए हारमोनियम के कायदे
01.
शुरुआती स्तर
हमारे शुरुआती पाठ्यक्रम में हारमोनियम सीखने की मूलभूत जानकारी दी जाती है। इसमें सरगम, बेसिक स्केल, आसान गीतों की धुन और उँगलियों का सही उपयोग सिखाया जाता है। यह कोर्स उन लोगों के लिए आदर्श है जो हारमोनियम का पहली बार अभ्यास कर रहे हैं।
02.
मध्य स्तर
मध्य स्तर के कोर्स में रागों का ज्ञान, ताल और मेलोडी की समझ, धुनों को सजाने और विभिन्न गानों को बजाने की कला पर ध्यान दिया जाता है। यह कोर्स उन छात्रों के लिए है जिन्होंने बुनियादी अभ्यास पूरा कर लिया है और अपनी तकनीक को सुधारना चाहते हैं।
03.
उन्नत स्तर
उन्नत कोर्स हारमोनियम के गहन अभ्यास पर आधारित है। इसमें जटिल रागों की प्रस्तुति, तानों का अभ्यास, विभिन्न रागों में गानों की संगति और मंचीय प्रदर्शन की तैयारी शामिल है। यह कोर्स पेशेवर कलाकार बनने की ओर आपका मार्ग प्रशस्त करता है।

हम आपकी संगीतमयी यात्रा को बहुत ही मनोरन्जक बनाते हैं।
सभी उम्र और स्तर के शिक्षार्थियों के लिए, हारमोनियम सीखने का एक बेहतरीन संस्थान
संगीत सीखने के लिए धैर्य, समर्पण और निरंतर अभ्यास सबसे जरूरी है, क्योंकि बिना साधना के सुर और ताल का कोई महत्व नहीं। संगीत केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि आत्मा को छूने वाली एक साधना है। रियाज को संगीत का प्राण माना जाता है, और बिना रियाज के इसकी गहराई को समझना संभव नहीं। सच्चे कलाकार के लिए गुरु का सम्मान और उनकी शिक्षा पर विश्वास पहला कदम है। संगीत में सीखना कभी खत्म नहीं होता, क्योंकि हर राग और हर सुर एक नई कहानी कहता है। इसे आत्मा से अपनाने और महसूस करने के लिए दिल और दिमाग दोनों को खोलना जरूरी है। संगीत आत्मा के साथ संवाद करने का माध्यम है, जो जीवन के हर भाव को व्यक्त करने की ताकत रखता है। अनुशासन, श्रद्धा और समर्पण के साथ, संगीत को सीखना जीवन को बेहतर और गहराई से समझने जैसा है।
हम आपकी संगीतमयी यात्रा को बहुत ही मनोरन्जक बनाते हैं।
आपके अनुरूप तैयार किए गए हमारे कार्यक्रम:
वन-टू-वन क्लास पाठ्यक्रम
वन-टू-वन कक्षाओं का उद्देश्य छात्रों को उनकी विशिष्ट आवश्यकताओं और रुचियों के अनुसार व्यक्तिगत मार्गदर्शन प्रदान करना है। यह तरीका सीखने की प्रक्रिया को अधिक प्रभावी और केंद्रित बनाता है। नीचे वन-टू-वन क्लास के लिए सामग्री का विवरण दिया गया है, जिसे संगीत, नृत्य, या किसी अन्य कौशल की व्यक्तिगत प्रशिक्षण के लिए उपयोग किया जा सकता है।
कजू वाद्य बजाने का पाठ्यक्रम
कजू एक सरल लेकिन अनोखा वाद्य यंत्र है जो संगीत में एक विशेष गुनगुनाने और गूंजने वाला प्रभाव जोड़ता है। यह पाठ्यक्रम शुरुआती, मध्यम स्तर के छात्रों और उन्नत शिक्षार्थियों को कजू बजाने में कुशल और रचनात्मक बनने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
सेमी-क्लासिकल गायन पाठ्यक्रम
सेमी-क्लासिकल गायन, भारतीय शास्त्रीय संगीत और लोक-संगीत का सुंदर मिश्रण है। इसमें संगीत की तकनीक और भावनात्मक गहराई दोनों को प्रमुखता दी जाती है।
संगीत प्रवेशिका पाठ्यक्रम
गुरु जी संगीत कला केंद्र के “संगीत प्रवेशिका” पाठ्यक्रम को विशेष रूप से उन छात्रों के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो भारतीय शास्त्रीय संगीत की दुनिया में अपना पहला कदम रखना चाहते हैं। यह पाठ्यक्रम गायन, वादन और नृत्य की बुनियादी तकनीकों और सिद्धांतों को सिखाने पर केंद्रित है।
संगीत जूनियर डिप्लोमा पाठ्यक्रम
संगीत जूनियर डिप्लोमा पाठ्यक्रम उन छात्रों के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिन्होंने “संगीत प्रवेशिका” या बुनियादी स्तर की शिक्षा पूरी कर ली है और संगीत की गहराई में जाना चाहते हैं। यह पाठ्यक्रम गायन, वादन और नृत्य के तकनीकी पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करता है।
संगीत सीनियर डिप्लोमा पाठ्यक्रम
संगीत सीनियर डिप्लोमा पाठ्यक्रम उन छात्रों के लिए है जो संगीत, वादन और नृत्य में गहनता से पारंगत होना चाहते हैं। यह कोर्स उन्नत तकनीकों, रचनात्मकता और मंचीय प्रदर्शन पर आधारित है।
Testimonial
हमारे छात्र हमारे बारे में क्या कहते हैं:



